हिन्दी भाषा और आधुनिक भारत : विश्लेषण
DOI:
https://doi.org/10.8855/xnc9nr03Abstract
हिन्दी भाषा और आधुनिक भारत के बीच का संबंध अत्यधिक सांस्कृतिक, सामाजिक, और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकता है। यह भाषा न केवल भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित है, बल्कि यह भारत के लोगों की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक ताने-बाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आधुनिक भारत, जो विविधता में एकता के अपने सिद्धांत के लिए जाना जाता है, में हिन्दी भाषा ने एकता को बनाए रखने और विभिन्न क्षेत्रों, संस्कृतियों, और भाषाओं के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में चुना गया, जो इस बात का संकेत था कि यह भाषा न केवल जनसाधारण की भाषा है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और अखंडता का भी प्रतीक है। सरकारी कार्यों, प्रशासनिक दस्तावेजों, और न्यायिक प्रक्रिया में हिन्दी का उपयोग बढ़ा, जिससे इसे व्यापक स्वीकृति मिली। इसके साथ ही, हिन्दी साहित्य, जिसमें कविता, नाटक, उपन्यास, और पत्रकारिता शामिल हैं, ने आधुनिक भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को अभिव्यक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।