ऋषि-परम्परा के विविध आयाम  - एक परिशीलन

Authors

  • डा. जितेन्द्र कुमार Author

DOI:

https://doi.org/10.8855/4nd4xk61

Abstract

भारतीय संस्कृति को दुनिया की आदि संस्कृति माना जाता है। यहाँ की संस्कृति और सभ्यता सब ऋषि आधारित है। भारतीय ऋषि-मुनियों ने सम्पूर्ण विश्व को ज्ञान के विविध स्रोत प्रदान किए हैं। वेद, उपनिषद्, रामायण, महाभारत आदि सद्ग्रन्थ, सब भारतीय ऋषि-मुनियों की दिव्य साधना के ही फल हैं।

भारतीय मनीषियों ने गणित, खगोल-विज्ञान, भौतिक-विज्ञान, रसायन-विज्ञान, आयुर्वेद चिकित्सा-विज्ञान, वास्तुकला, ललितकला, यान्त्रिक, प्रौद्योगिकी जैसे विज्ञान के विविध क्षेत्रों में नित्य नूतन आविष्कार किए हैं। जिससे आधुनिक समाज पूर्णतः प्रभावित है।

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Published

2013-2024

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Articles