श्री कैंची धाम के वर्तमान स्वरूप का विकास

Authors

  • डॉ.दीपा पांडे and  मंजरी जोशी Author

DOI:

https://doi.org/10.8855/j9pwq696

Abstract

उत्तराखण्ड राज्य अपने देवस्थलों ,प्राकृतिक सौन्दर्य एवं आध्यात्मिक चिन्तन का केन्द्र होने के कारण देवों, ऋषि-मुनियों,तपस्वियों एवं सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र रहा है। वर्तमान में भी अनेक भक्त एवं सैलानी देश -विदेश से इस देवोपमभूमि का दर्शन करने अगाध श्रद्धा के साथ आते हैं। उत्तराखंड के नैनीताल जनपद की सुरम्य पहाड़ियों के मध्य दिव्य कैंची धाम अवस्थित है । 20 वी सदी के सुविख्यात और लोकप्रिय संत श्री नींब करौरी महाराज द्वारा स्थापित यह विश्वविख्यात धाम नैसर्गिक सौन्दर्य के साथ वास्तुकला की सादगी से पूरित है । कुमाऊँ की पहाड़ियों में बसा यह आश्रम दिव्य ऊर्जा ,शांत वातावरण और हनुमान मंदिर के लिए प्रसिद्ध है । इस पावन तपोभूमि में आध्यात्मिक साधको को संत श्री  नीब करौरी महाराज जी की दिव्य उपस्थिति के जीवंत प्रमाण प्राप्त होते है । इस कारण पिछले कुछ वर्षों से इस धार्मिक स्थल की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है । वर्ष दर वर्ष यहाँ आने वाले साधकों और सैलानियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो रही है । धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होने से स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन प्राप्त हुए है । इस प्रकार यह स्थल आध्यात्मिक महत्तव के साथ स्थानीय व्यवसायों के लिए भी महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है । अतःइस प्रमुख आध्यात्मिक स्थल के वर्तमान स्वरूप का ऐतिहासिक अध्ययन करना ही इस शोध पत्र का उदेश्य है ।

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2013-2025

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Articles