संस्मरण और रेखाचित्र: एक अंतर्दृश्टि
DOI:
https://doi.org/10.8855/1h0m4a24Abstract
संस्मरण और रेखाचित्र दोनों ही हिंदी साहित्य की आधुनिकतम गद्य विधाएँ हैं। दोनों ही चरित्रांकन पर आधारित है लेकिन दोनों को अलग-अलग विधाएँ माना जाए या दोनों की एक ही विधा में अन्तर्मुखी मान लिया जाए, यह विवाद का विशय रहा है। इस प्रकार दोनों विधाओं के स्वरूप-स्पश्टीकरण के लिए संस्मरण और रेखाचित्र दोनों के स्वरूप को समझना जरूरी है।
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2013-2024
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Articles