भारतीय ज्ञान परंपरा- शैक्षिक परिदृश्य पुर्नगठन

Authors

  • डाॅ. अनिता सुखवाल  ललित कुमार  Author

DOI:

https://doi.org/10.8855/skh8se93

Abstract


भारत में शिक्षा हमेशा से केवल सूचनाएँ याद करने तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसका उद्देश्य व्यक्ति के मानसिक, सामाजिक और नैतिक विकास में मदद करना रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इसी सोच को आगे बढ़ाने का प्रयास करती है। यह नीति भारतीय ज्ञान परंपरा को शिक्षा प्रणाली में शामिल करने पर जोर देती है, ताकि विद्यार्थी सिर्फ नौकरी पाने तक सीमित न रहें, बल्कि अच्छे संस्कारों, सांस्कृतिक समझ तनाव मुक्त जीवन व वैश्विक सोच से भी समृद्ध हों।
आज जब समाज में तनाव, अवसाद और नैतिक मूल्यों की कमी जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं, भारतीय ज्ञान परंपरा हमें संतुलित और बेहतर समाज बनाने में मदद कर सकती है। इस शोध पत्र में हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि भारतीय ज्ञान परंपरा का समाज, साहित्य, शिक्षा, विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या प्रभाव है और मौजूदा शैक्षिक नीति में क्या-क्या समस्याएँ एवं चुनौतियाॅ आ सकती है व इसके क्या समाधान प्रयास किए जा रहे है, इस हेतु सोशल मीडिया व समाचार पत्र व प्रकाशित साक्षातकारों की मदद ली गई है।

Downloads

Published

2013-2024