राष्ट्रीय आजीविका मिशन का गरीबी उन्मूलन में योगदान (खरगोन जिले के विशेष संदर्भ में)

Authors

  • जितेन्द्र कुमार कामले एवं डाॅ. डी. के. वर्मा Author

DOI:

https://doi.org/10.8855/1mwdvf05

Abstract

1ण्    राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत ग्रामीण आजीविका मिशन भी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। खरगोन जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आजीविका मिशन के सकारात्मक प्रभावित किया है। इस कार्यक्रम को अमल में लाने के लिये पंचायती राज संस्थाओं को भी एक महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है, जैसे कि इस प्रकार राष्ट्रीय आजीविका मिशन गरीबी उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें एसजीएसवाई की खामियां दूर की गई है। उसी प्रकार निर्धन से निर्धन अर्थात अति निर्धन  व्यक्ति की पहचान करना और प्राथमिकता के आधार पर उन्हें संगठित करना एवं स्वयं सहायता समूहों को परिसंघों में संगठित करना एवं उन्हें आवश्यक भूमिका एवं बुनियादी सुविधायें प्रदान करना है। इसके अलावा पंचायती राज संस्थाओं की वार्षिक योजनाओं में स्वयं सहायता समूहों एवं उनके परिसंघों की प्राथमिकता के आधार पर उनकी जरूरतों को शामिल किया गया है।  इन उद्देश्यों के लिये आवश्यक विधियों का आंवटन तथा विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बिठाना गया है। इस मिशन की सफलता और विफलता उन ग्रामीणों में जागरूकता के स्तर पर भी निर्भर करती है। अत‘ इस कार्य को करने के लिये एक जोरदार जागरूकता अभियान की जरूरत है, तभी लाभार्थी अपनी गरीबी से निपटने के लिये नये अवसर पाने में सफल होंगे।

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2013-2024

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Articles