संघर्ष की नारियां
DOI:
https://doi.org/10.8855/38ken982Abstract
कहावत है कि जिसकी लाठी उसकी भैंस, जिसमें ज्यादा शक्ति होती है। वही हकूमत करता है। उसी की तू तू बोलती है। गरीब की नहीं, पर प्रेम तो सदा अमर होता है, ये न ऊच देखता न नीच देखता, न काला न गोरा, प्रेम तो प्रेम ही होता है। ये ऐसी आग है, कि सूख तो जलता है। पर इसके साथ गीला भी जल जाता है। जो कंतोऔर सूरा के साथ हुआ था। कौन जाने कब क्या हुआ, पता नहीं स्नेह पर डकैती कब पड़ जाए, दुनिया का खेल निराला है। कोई नहीं जान पाया।
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2013-2025
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Articles