भारतीय चिन्तन और दलित समस्या
DOI:
https://doi.org/10.8855/t46e7e46Abstract
सम्पूर्ण प्रकति द्वारा पृथ्वी पर सुन्दरतम् स्वरूप की संरचना की गई है। मानव प्रकृति की अद्भूत रचना माना जाता है और प्रकृति ने सम्पूर्ण सुन्दर स्वरूप की रचना मानव के लिए ही की है । ऐसा प्रतीत होता है कि मानव में चेतना का होना और इस चेतना द्वारा सुन्दरता को परखना व अभिव्यक्ति करना एक महत्वपूर्ण गुण है। प्रकृति से प्रेरित होकर मानव ने विभिन्न प्रकार की कलाओं का निर्माण किया है। यंे कलाएं ही समय-समय पर आत्मिक आनन्द की अनुभूति करवाती हैं।
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2013-2025
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Articles
